1 जब दिन ढले, तब संत ध्यान लगाकर करते हैं तन का परित्याग (2) 2 कन्हैया थोड़ा सिर खाता है, पर परोपकारी है (4) 4 हर माह के शुरुआत में मूर्ती मिलेगी (3) 6 जल की धारा में 18 नीचे बह गये (2) 7 पत्थर के टुकड़ों से बनता है रास्ता (2) 8 ढंग से तब बना अमरीका अमन चाहने वाला (3) 9 रमता फिरता और जान देता (3) 11 हम एक नए ढंग से सूंघेंगे, तो शायद ये पाएंगे? (3) 13 दीवाना हुआ बादल, फिर गया (3) 15 जटायु के उलझे हुए बाल (2) 16 तुर्की में कोई स्वर नहीं, यह क्या बहस है (2) 17 पर्दानशीं-अंदाज़ में पेश हो चंदा (2) 18 दीपक हृदय-प्रत्यारोपण के बाद हानिकारक जंतु बन गया (3) 20 सेवक, वापस आ! बिन आभूषण के (2) 21 परिचय का सवाल है (2) 22 'सेर' की लिखाई ठीक करो! होना चाहिए 'शेर' (3) 24 ज़ख्म मिला वाघा में वापस जाके (2) 25 खो-खो के सन्दर्भ में घिसा-पिटा लेख (2) 26 रजनी और रति, बिना टोपी के? (2) 27 हर वन में नर पूजा (3) 29 इस अंक को आईने में देखो - दुगना दिखेगा! (3) 31 सीधा 36 गोद लेकर पैदा करता है बदनामी का कारण? (3) 33 ये कहो, तो चुप हो जाओगे (2,1) 35 थोड़ा जलवा क्या देख लिया, तो जुमला मिल गया (2) 36 तकलीफ का वक़्त जो आगे आने वाला है (2) 37 आ री, ज़रा खाले! इसके बाद और कुछ नहीं (3) 38 नानी, थोड़ा बादाम ले लो, ये होगा तभी केक बनेगा! (4) 39 3 फुट का हाथी जिसपर छोटा सा तिल (2)
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1 संगमरमर के ताजमहल के सामने वाले हिस्सों में मिलने वाले इशारे (3) 2 कभी था वो क्रिकेट बादशाह, पर अफ़रीदी मोगॅंबो के साथ मिलके उसे उल्टा बंदी बनाता है (2) 3 नटखट रसिया, जंगली जानवर! (3) 4 पहला-पहला प्रेम? रुक जा! (3) 5 'लाल पत्थर' में प्राण का मध्यांतर के बाद भाग था, 'माइक' के वेश में (3) 6 अफ़ग़ानिस्तान (काबुल) में पहनने की चीज़ (3) 9 अंत में आमला लगाया (2) 10 सरताज, नागपुर में चाबुक मिलेगा (3) 12 चिकित्सक कम ही भटकते हैं (3) 14 क्रूर मनुष्य से दर की निंदा (केंद्रीय नहीं) (3) 16 सुबह-सुबह के बघार? (3) 17 दार्जिलिंग की सीमा के पास नया राक्षस है (3) 18 अंत में, जादुई चिराग जिसे मिला वो ग़रीब हो गया! (2) 19 नीरज ज़रा कम लम्बा है (3) 20 सरकारी सामान की वापसी - थोड़ी सी या पूरी ? (2) 21 सौ भाई और दो तिहाई कवच से संरक्षित (3) 23 सती माछ का टुकड़ा निगलकर डूब जाती है (3) 24 घाना, तंज़ानिया और केन्या के प्रमुख शायद खतरनाक हैं (3) 27 उल्टा-सीधा बोल, ऐसा अधिकार है (2) 28 महाभारत का पात्र जिसका कोई वंश नहीं? (3) 29 इस जानवर का सर काट दो, तो मिलेगा आशीर्वाद (3) 30 रिक्शे में बैठनेवाली रीवा से वापस आई (3) 32 ये जगह कुछ बुलंद नहीं है (3) 34 गर्व में चूर रावण थोड़ा क्रोधित हुआ (3) 36 ढेर सारे भुट्टे बिना ऊपरी छिलके के (2)
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