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ऑनलाईन शिक्षण कार्य पर ऑनलाईन शोध

Description

शोध का मुख्य उद्देश्य - प्रस्तुत शोध का मुख्य उद्देश्य कोविड 19 महामारी के कारण बंद पड़े विद्यालयों के विद्यार्थियों में ऑनलाईन शिक्षा के अर्न्तगत उनके शैक्षणिक किसी भी समाज व राष्ट्र का विकास उसके प्राकृतिक संसाधनों और मानव संसाधनों पर निर्भर करता है। शिक्षा मानव संसाधन के निर्माण का एक महत्वपूर्ण साधन है। आज विद्यालयों को मानव संसाधनों के निर्माण की दिशा में एक बड़े उत्तरदायित्व का निर्वाह करना है। शिक्षक को राष्ट्र का निर्माता कहा जाता है। वह विद्यार्थियों की मूल प्रवृत्तियों में परिमार्जन करके उन्हें एक कुशल और सभ्य नागरिक के रूप में परिवर्तन करता है। आज के बालक कल के नागरिक होगें और किसी भी राष्ट्र का भविष्य उन्हीं से जुड़ा होगा। अतः शिक्षकों का कर्तव्य है कि वह बालकों की निम्न शैक्षिक सम्प्राप्ति के कारणों को जाने तथा उनको दूर करने का हर सम्भव प्रयास करे ताकि वे अपने जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में आने वाली कठिनाईयों को पूरे आत्म विश्वास के साथ हल करने का हर सम्भव प्रयास करे सकें तभी हम एक स्वस्थ समाज एवं राष्ट्र के निर्माण की कल्पना कर सकते है। शोध का मुख्य उद्देश्य - प्रस्तुत शोध का मुख्य उद्देश्य कोविड 19 महामारी के कारण बंद पड़े विद्यालयों के विद्यार्थियों में ऑनलाईन शिक्षा के अर्न्तगत उनके शैक्षणिक उपलब्धि पर पड़ने वाले प्रभाव का अध्ययन करना था। इसके साथ ऑनलाईन परीक्षा तथा विद्यार्थियों से लिए गये फिड-बैक के आधार पर ऑनलाईन शिक्षा प्रणाली में व्यापक सुधार करना और उसे रूचिपूर्ण बनाना था। शोधकर्ता ने दिनांक 1 अप्रेल से 1 जनवरी 2021 बीच माध्यमिक स्तर पर अर्थशास्त्र विषय के अर्न्तगत ऑनलाईन शिक्षा के प्रति विद्यार्थियों की रूचि, शैक्षिक सम्प्राप्ति स्तर, विषयगत संबोधों को समझने, तकनीकी शिक्षा का प्रयोग जैसे मौबाईल या लैपटैप पर ऑनलाईन पाठ्यवस्तु को पढ़ने व खोजने, नोट्स व वीडियों के माध्यम से शिक्षा प्राप्त करने, ऑनलाईन कक्षाओं तथा परीक्षा में प्रतिभाग, सोशल मीडिया आदि के प्रयोग से उनके शैक्षणिक उपलब्धि में वृद्धि के प्रभाव का अध्ययन से सम्बन्धित ऑनलाईन शोध कार्य किया गया। उन्होंनें शोध कार्य के लिए पुरे राज्य से राजकीय तथा अशासकीय विद्यालयों से 490 से अधिक विद्यार्थियों का चयन किया जो कक्षा 12 में सक्रिय रूप से ऑनलाईन शिक्षण कार्यों में प्रतिभाग करते है। इसके लिए उन्होंनें गुगल फार्म में शोध कार्य के लिए प्रश्नवली तैयार की और उसे विभिन्न सोश्ल मीडिय और विषय अध्यापकों की सहयता से विद्यार्थियों तक पहॅुचाया। आँकड़ों के संख्याकिय विशलेक्षण शोध के क्रियाव्यन के फलस्वरूप प्राप्त आँकड़ों के संख्याकिय विशलेक्षण के बाद पाया गया की ऑनलाईन शिक्षा से विद्यार्थियों की शैक्षिक उपलब्धि पर सकरात्मक प्रभाव पड़ता है अगर प्रत्येक दिन उनकी ऑनलाईन क्लासेस फेस टू फेस हो। इसके साथ अध्यापकों द्वारा ई-कंन्टेन्ट, नोटस, वीडियों और समय-समय पर ऑनलाईन परीक्षा का आयोजन करते रहे तो विद्यार्थी विद्यालय की तरह ही धर में सुरक्षित रह कर ऑनलाईन शिक्षा प्राप्त कर सकता है। विद्यालय, शिक्षक और अभिवकों को भी विद्यार्थियों द्वारा ऑनलाईन शिक्षण कार्य की जानकारी होने के साथ उस पर पूर्ण नियंत्रण भी होना चाहिए। इसके साथ राज्य सरकारों और सरकारी विद्यालयों को भी ऑनलाईन शिक्षा प्रणाली को बेहतर विकल्प को मानते हुये अपने संसाधानों को बढ़ाना चाहिए। शिक्षकों को ऑनलाईन शिक्षा का उचित प्रशिक्षिण देना चाहिए और जरूरत मंद विद्यार्थियों को संसाधन उपल्बध करने चाहिए, जिससे प्रत्येक विद्यार्थी को गुणवŸापूर्ण शिक्षा प्राप्त हो सके। ई-पाठशाला में लाइव क्लास व ऑनलाइन मूल्यॉकन शोधकŸार् ने कोरोना महामारी की इस धड़ी में बच्चों को पढ़ाने के लिए ई-केन्टेन्ट तथा वीडियो कांफ्रिसिंग के माध्यम से नया तरीका खोज निकाला है जिसमें इंटरमीडिएट बोर्ड की कक्षओं के विद्यार्थियों की ऑनलाइन क्लास का आयोजन किया। जिसमें विद्यार्थियों को ऑनलाइन गृह कार्य, शिक्षक द्वारा तैयार किये गये ई-सम्रागी और ऑनलाईन मूल्यॉकन कार्य किया गया। वे छात्रों का व्हाट्सएप गुरूप बना कर उसमें वीडियों, नोटस आदि की जानकारी साज्ञा करते रहे। इसके साथ शोधकŸार् ने गुगल क्लास रूम, गुगल मीट तथा जूम एप के माध्यम से ऑनलाइन क्लास का संचालन भी किया जिसमें विद्यार्थी प्रत्येक्ष रूप से लाईव रहा कर शिक्षा प्राप्त करते थे। इसके साथ प्रत्यक विषय संबोध को पढ़ाने के बाद शोधकŸार् ऑनलाइन परीक्षा से छात्रों का मूल्यॉकन भी करते रहा। शोधकŸार् ने ऑनलाईन मूल्यॉकन के लिए गुगल फार्म, एच050पी0, मौबाईल ऐप आदि का प्रयोग किया। परीक्षा का लिंक ई-मेल और व्हाट्सएप पर विद्यार्थियों को भेजते थे। इसके शोधकŸार् ने एन0सी0और0टी0 द्वारा ई-पाठशाल, दिक्षा ऐप और गुरूशाला ऐप आदि के माध्यम से भी ऑनलाईन पाठ्यक्रम की भी जानकारी विद्यार्थियों को उपल्बध कराई। शोधकर्ता ने 10 अप्रेल से 1 जनवरी तक सभी विद्यालय के अध्यापकों ने अपने विषय में ऑनलाईन शिक्षा देने का प्रयास किया है। इस को ध्यान में रखते हुये यह शोध कार्य किया गया की ऑनलाईन शिक्षण कार्यो का लाभ विद्यार्थियों को हुआ की नहीं। विद्यार्थियों से ऑनलाईन प्रश्नवाली के आधार पर पुछे गये प्रश्न से रोचक जानकरी प्राप्त हुई। शोध के क्रियाव्यन के फलस्वरूप प्राप्त आँकड़ों के संख्याकिय विशलेक्षण के बाद पाया गया की विद्यार्थियों की शैक्षिक उपलब्धि पर ऑनलाईन शिक्षा का सकरात्मक प्रभाव पड़ता है। विषय को नवचारी नई शैक्षिक तकनीकि के माध्यम से पढ़ाने पर उनकी समझ और रूचि में वृद्धि हुई। ऽ शोधकर्ता ने ऑनलाईन शिक्षण कार्य पर ऑनलाईन शोध के लिए उŸाराखण्ड के 13 जिलें से 449 और अन्य राज्य जैसे उŸारप्रदेश, मध्यप्रदेश तथा राजस्थान के लगभग 41 विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया। इस प्रकार कुछ 490 विद्यार्थियों का चयन शोध कार्य के लिए किया गया। ऽ ऑनलाईन शिक्षण कार्य में सबसे जादा हरिद्वार 27.6 तथा 24.4 अलमोड़ जिले के विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया। ऽ 62 प्रतिशत विद्यार्थियों ने बताया की उन्हें अर्थशास्त्र की ऑनलाईन परीक्षा में प्रतिभाग करने में बड़ा मजा आया। 54 प्रतिशत विद्यार्थियों बताया की ऑनलाईन परीक्षा में साज्ञा किये गये वीडियों बहुत रूचिपूर्ण और बौधिक थे। ऽ 93.1 प्रतिशत विद्यार्थियों ने कहा की अगर दुबार अर्थशास्त्र की परीक्षा होगी तो वे अवश्य की प्रतिभाग करेगें। 85.3 प्रतिशत विद्यार्थियों ने ऑनलाईन परीक्षा की जानकारी अपने विषय अध्यापक से प्राप्त की। ऽ 95 प्रतिशत ने ऑनलाईन परीक्षा मौबाईल से, 2 प्रतिशत ने लैपटैब से और 1 प्रतिशत ने साईबर कैफे में जा कर ऑनलाईन परीक्षा दी। ऽ 47.3 प्रतिशत ने बताया की उनकी यहॉ पर नेटवक्र ठीक रहता है, 22.9 प्रति0 विद्यार्थियो ने बताया की इन्टनेट बहुत स्लो रहता है वीडियों को देखने में समय लगता है और 10 प्रति0 विद्यार्थियों ने बताया की उन्हें ऑनलाईन परीक्षा तथा कार्य के लिए दूसरों के मौबाईल पर निर्भर रहना पड़ता है। ऽ कोविड19 के समय विद्यालय बंद होने से विद्यार्थियों द्वारा 88.3 प्रतिशत व्हाट्सएप, 10 प्रतिशत गुगल मीट तथा जूम ऐप से ऑनलाईन शिक्षा प्राप्त की। ऽ 54.2 प्रतिशत विद्यार्थियों ने बताया की उनको कोपी या औफलाईन परीक्षा देना अच्छा लगाता है। 45.8 प्रतिशत विद्यार्थियों ने ऑनलाईन परीक्षा देने अच्छा लगता है। ऽ केवल 24.6 प्रतिशत विद्यार्थियों ने माना की लोकडाउन के समय विद्यालय ने ऑनलाईन शिक्षण कार्यो के लिए उचित संसाधन उपल्ब कराये। 23.6 प्रतिशत विद्यार्थियों ने माना की विद्यालय ने ऑनलाईन शिक्षण कार्यो के लिए बहुत कम सहयता की। ऽ 40 प्रतिशत विद्यार्थियों ने माना की ऑनलाईन शिक्षण कार्य में विषय अध्यापक का सहयोग बहुत महत्वपूर्ण रहा। ऽ 47.9 प्रतिशत विद्यार्थियों ने माना की वे 1 से 2 धण्टे और 34.2 प्रतिशत विद्यार्थियों ने माना की वे 2 से 3 धण्टे प्रत्येक दिन ऑनलाईन शिक्षण कार्य के लिए इंटरनेट का प्रयोग करते है। ऽ 60.4 प्रतिशत विद्यार्थियों ने माना की वे अपने विषय अध्यापक द्वारा भेजे गये ई - सम्रागी का प्रयोग करते है। 23.3 प्रतिशत ने माना की वे यूटयूब से, 10 प्रतिशत ने शिक्षाप्रद वेबसाईट, 5 प्रतिशत ने ई बुक और बाकी ने गुगल तथा जूम क्लासेस को ऑनलाईन शिक्षा के लिए चुना। ऽ इसके साथ विद्यार्थियों से पुछे गये ऑनलाईन शिक्षण कैसे बेहतर बनाने जा सकता है, मैं विद्यार्थियों ने बहुत रोचक तथा ज्ञानवर्धक जानकारी साझा की। विषय को गतिविधि तथा प्रदर्शन विधि से पढ़ाने पर उनकी समझ और रूचि में वृद्धि हुई। माध्यमिक स्तर पर अर्थशास्त्र विषय के सभी सम्बोधों एव उपसम्बोधों को इस विधि से पढ़ाने पर विद्यार्थियों में विषय के प्रति रूचि जाग्रत की जा सकती है। विद्यार्थियों को स्वंय सीखने का अधिक अवसर मिला है। अतः गुणवतापूर्वक शिक्षा के लिए विद्यार्थियों के अनुरूप विभिन्न क्रियाकलापों की आवश्यक्ता है। विद्यार्थियों के अनुरूप कक्षा में वास्ताविक जीवन से ,जुडे क्रियाकल्पों तथा खेल एवंम नवचारी शिक्षण की आवश्यक्ता है। राष्ट्रीय मूल्यों के प्रति, रटन प्रणाली से मुक्ती, समझ प्रणाली का निर्माण आदि। निष्कर्ष - कोविड19 के फलस्वरूप शिक्षा का एक मात्र विकल्प ऑनलाईन शिक्षा था। इसलिए शोधकर्ता ने इस विषय को चुना। शोध के क्रियाव्यन के फलस्वरूप प्राप्त आँकड़ों के संख्याकिय विशलेक्षण के बाद पाया गया की विद्यार्थियों की शैक्षिक उपलब्धि पर ऑनलाईन शिक्षा का सकरात्मक प्रभाव पड़ता है। विषय को नवचारी नई शैक्षिक तकनीकि के माध्यम से पढ़ाने पर उनकी समझ और रूचि में वृद्धि। कम संसाधनों तथा नई तकनीकि के माध्यम से अच्छी शिक्षा देना एक चुनौती था। ऑनलाईन शिक्षा, विद्यार्थियों को स्वंय सीखने का अधिक अवसर प्रदान करती है और नई राष्ट्रीय शिक्षा प्रणाली के अनुकूल है।

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Teaching Strategies Research Paper on Online Teaching
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04 Jun 2021
Pradeep Negi
Class 9, Class 10, Class 11, Class 12
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