आज कितनी उपयोगिता में है हिन्दी?
कोरोनावायरस और लॉकडाउन के बीच जहां कई स्कूल बेसिक एजुकेशन देने के लिए जूझ रहे हैं, वहीं पर आज कहीं स्कूल नई तकनीकी का इजाद कर रहे हैं लॉकडाउन रेडी एजुकेशन के मॉडल जैसे तरीके अपना रहे हैं कई स्कूल ऐसे हैं जिन्होंने लॉकडाउन में पी स्कूल में जमकर पढ़ाई म्यूजिक डांस आर्ट योगा के बाद ऑनलाइन एम बी सी डी की तैयारी भी कर रहे हैं|
कई स्कूलों को ऐसा लगता है कि ऑनलाइन पढ़ाई में लॉकडाउन के समय लोग डॉन के 5 महीने हो गए हैं और साल के अंत तक ऐसा ही चलता रहा तो बच्चों की पढ़ाई शक ना हो इसके लिए नए नए आइडिया लगा रहे हैं नए-नए तरीकों से ऑनलाइन एजुकेशन देने की कोशिश कर रहे हैं वह थोड़ा बहुत व्हाट्सएप पर ऐप्स स्मार्टफोन सबसे पहले लोग शिक्षा को लेकर काम करे थे लेकिन अभी ऑनलाइन एजुकेशन उनकी जरूरत पड़ गई है उसको किस रूप में पढ़ाया जाए किस तरफ से उनको कुछ और एक विषय बनाया जा सके आने वाले समय में भी कई कोरोनावायरस जैसी बीमारी कोई नहीं आए वापस ऐसी परिस्थिति उत्पन्न नहीं हो इसके लिए पहले से तैयार हो रहे हैं |
क्योंकि कई स्कूल ऐसे हैं जो सोच रहे हैं कि अगर हम क्लासेज ऑनलाइन शिक्षा में टेक्नॉलजी और इम्यूनाइजेशन बहुत जरूरी हो गया है क्योंकि हम बच्चों को ऑनलाइन ऐसे पढ़ाते रहे 2/4 वीडियो चलाकर और पावर पॉइंट बना दिया' तो हमने और कोचिंग सेंटर में क्या फर्क रह जाएगा क्लास में पढ़ते हो बच्चों में बोरियत नहीं आ जाए उसको छोड़ के साथ पढ़ाया जाए ।
क्योंकि ऑनलाइन क्लास में पब्लिक स्पीकिंग एबिलिटी और क्रिएटिव थॉट, सेल्फ -एस्टीम, कॉन्फिडेंट लाने की तैयारी में सिंह होती है तो कई स्कूल इन्हीं प्रयासों से अपने प्रयासों से इन कमियों को दूर करने की कोशिश कर रहे हैं बच्चे अपनी रिसर्च में लगे हुए हैं वह नई जानकारियां बच्चे भी दे रहे हैं और नए-नए हुनर को निखारने गूगल फॉर्म्स के जरिए बच्चों का वैल्यू सिस्टम भी संवर सकता है।
कोरोनावायरस और लॉकडाउन के बीच जहां कई स्कूल बेसिक एजुकेशन देने के लिए जूझ रहे हैं, वहीं पर आज कहीं स्कूल नई तकनीकी का इजाद कर रहे हैं लॉकडाउन रेडी एजुकेशन के मॉडल जैसे तरीके अपना रहे हैं कई स्कूल ऐसे हैं जिन्होंने लॉकडाउन में पी स्कूल में जमकर पढ़ाई म्यूजिक डांस आर्ट योगा के बाद ऑनलाइन एम बी सी डी की तैयारी भी कर रहे हैं|
कई स्कूलों को ऐसा लगता है कि ऑनलाइन पढ़ाई में लॉकडाउन के समय लोग डॉन के 5 महीने हो गए हैं और साल के अंत तक ऐसा ही चलता रहा तो बच्चों की पढ़ाई शक ना हो इसके लिए नए नए आइडिया लगा रहे हैं नए-नए तरीकों से ऑनलाइन एजुकेशन देने की कोशिश कर रहे हैं वह थोड़ा बहुत व्हाट्सएप पर ऐप्स स्मार्टफोन सबसे पहले लोग शिक्षा को लेकर काम करे थे लेकिन अभी ऑनलाइन एजुकेशन उनकी जरूरत पड़ गई है उसको किस रूप में पढ़ाया जाए किस तरफ से उनको कुछ और एक विषय बनाया जा सके आने वाले समय में भी कई कोरोनावायरस जैसी बीमारी कोई नहीं आए वापस ऐसी परिस्थिति उत्पन्न नहीं हो इसके लिए पहले से तैयार हो रहे हैं |
क्योंकि कई स्कूल ऐसे हैं जो सोच रहे हैं कि अगर हम क्लासेज ऑनलाइन शिक्षा में टेक्नॉलजी और इम्यूनाइजेशन बहुत जरूरी हो गया है क्योंकि हम बच्चों को ऑनलाइन ऐसे पढ़ाते रहे 2/4 वीडियो चलाकर और पावर पॉइंट बना दिया' तो हमने और कोचिंग सेंटर में क्या फर्क रह जाएगा क्लास में पढ़ते हो बच्चों में बोरियत नहीं आ जाए उसको छोड़ के साथ पढ़ाया जाए ।
Renuka Purohit is an educator in India. Any views expressed are personal.